देव ।
देव में इधर दो वर्षों से राजनीतिक करने के लिए नए तरीके ढूंढ लिए गयें हैं । इस नए तरीके में छात्र छात्रों को शिकार बनाया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व हुए एक प्रतियोगिता परीक्षा के परिणाम के बाद पुरस्कार वितरण में सेकेंड हैंड लैपटॉप देकर अपनी मानवीय चेहरा को देव में प्रस्तुत किया गया था। देव में चुनाव लड़ने के लिए और समजेसवी बनने के लिए छात्रों के माध्यम से घर पहुंच बनाने के फिराक में देव के जनप्रतिनिधि हैं। हालाकि देव के लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर के यह सावित किया है कि हमारे बीच मे जो हमेशा हमलोग के साथ होते हैं और जो सही में सामाजिक कार्यो में हिस्सा बनते हैं उसी को चुनकर सिद्ध कर दिया है। उसकी बानगी नगर पँचायत चुनाव में देखने को मिल गया है। जहां राजनीतिक में विगत कई वर्षों से संघर्ष कर रहे समाजिक और ईमानदार छवि के पिन्टू कुमार साहिल को देव नगर पंचायत के मुख्य पार्षद बनाया जबकि युवा और ईमानदार गोलू कुमार गुप्ता को उप मुख्य पार्षद के रूप में सबसे अधिक वोट देकर चुना। जबकि इसकी बानगी वार्ड पार्षद में देखने को मिला है । देव एक धार्मिक और ऐतेहासिक जगह है और अपने आप मे मान्यता रखती है जिसकी देश और विदेश में पहचान है। लेकिन विगत दो तीन वर्षों से देव पर राज करने के लिए कई धनबढू और मनबढ़ों ने अपना बल आजमाया लेकिन देव के लोगों ने धूल चटाया है। पूर्व में आयोजित क्यूज प्रतियोगिता परीक्षा के पुरस्कार वितरण समारोह में भी यही देखने को मिला। जहां विजेता को पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कृत किया गया। पुलिस प्रसासन के अधिकारियों और देव के ईमानदार छवि के लोगों को मंच दिया गया। लेकिन जब बाहर छात्र निकले तो इस कार्यक्रम की हर पोल को खोलकर रख दिया।
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